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कौशिक राजपूत/कौशिक क्षत्रियों का इतिहास kaushik kshatriya Rajput history

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कौशिक राजपूत प्राचीन चन्द्रवंशी क्षत्रियों से सम्बंधित हैं कौशिक का अर्थ होता  है कुश के वंशज लेकिन  पाठक गण ध्यान रखें की ये रामायण के  कुश नहीं हैं  ,वास्तव में इनके मूलवंश का नाम अमवाशु  वंश है जोकि चन्द्रवंश के संस्थापक महाराज पुरुरवा के सबसे बड़े पुत्र अमवाशु के नाम पर पड़ा है अमवाशु के पुत्र का नाम कान्यकुब्ज था जिन्होंने कान्यकुब्ज नगर ( जिसे वर्तमान में कन्नौज कहा जाता है) की स्थापना की थी | इन्ही महाराज अमवाशु की आगे की पीढ़ी में राजा कुश  का जन्म हुवा जिनके नाम पर इस वंश का नाम कौशिक पड़ा  इनके  पुत्र का नाम कुशनाभ था, इंद्र के सामान बलशाली  महाराज गाधि    इन्ही कुशनाभ के पुत्र थे| महाराज गाधि  ने गाधिपुर नामक नगर बसाया था जिसे वर्तमान में गाजीपुर कहा जाता है  राजा गाधि  के दो पुत्र हुए पहले  पुत्र का नाम था गया जिनके नाम पर बिहार का  गया नगर बसा है और दूसरे पुत्र का नाम विस्वामित्र था जो की एक महान ऋषि थे विस्वामित्र जी को कौशिक मुनि भी कहा जाता है  इन्ही महान ऋषि विस्वामित्र से कौशिक गोत्...